राजस्थान की आबादी 8 करोड़ 21 लाख और सिर्फ 8 लाख ही सरकारी नौकरी क्यों- हरीश चौधरी
राजस्थान की आबादी 8 करोड़ 21 लाख और सिर्फ 8 लाख ही सरकारी नौकरी क्यों- हरीश चौधरी

संवाददाता मनोहर लाल पंवार
जयपुर: पूर्व कैबिनेट मंत्री व बायतु विधायक हरीश चौधरी ने विधानसभा में सामान्य वाद-विवाद पर बोलते हुए कहा कि देश में आरक्षण को लेकर सबसे ज्यादा कुप्रचार हो रहा है। नौजवान युवाओं के अंदर गलत तत्व के आधार पर जहर भर दिया है। आरक्षण से योग्यता व हक अधिकार को खा गया है लेकिन हकीकत उसके विपरीत है। हरीश चौधरी ने OBC/SC/ST वर्ग के साथ हो रही नाइंसाफी और अन्याय को लेकर बताया कि एक तरफ 85 प्रतिशत जनसंख्या को 100 करोड़ और 15% जनसंख्या को 150 करोड़ दिए गए है। हरीश चौधरी ने कहा कि राजस्थान में सिर्फ 8 लाख सरकारी नौकरी है और राजस्थान की आबादी 8 करोड़ 21 लाख है। केवल एक प्रतिशत सरकारी नौकरी है। उसमें भी भर्तियों में राजस्थान के बाहर के लोग भी है। हम लोग प्रदेश के नौजवानों को यह क्यूं नहीं कहते है। सरकारी नौकरी के अलावा दुनिया में बहुत कुछ है। 99 प्रतिशत के लिए बहुत कुछ है। आप कृषि, पशुपालन, स्वरोजगार के माध्यम से योग्य बनो। इसके माध्यम से आप आगे बढ़ सकते हो। केवल सरकारी नौकरी से नहीं।
उन्होंने कहा कि सियासती फायदा के लिये मूल ओबीसी और अति पिछड़ी ओबीसी के नाम से नारे लगाकर चुनाव में आते है और सियासत करने वाले आज मौन है और ओबीसी के साथ लगातार अन्याय किया जा रहा है, इसे बंद करें और सभी को हक व अधिकार मिलना चाहिए। इसीलिए आज जातिगत जनगणना नहीं करवाई जा रही है, जातिगत जनगणना इसलिए नहीं करवाई जा रही है क्यों कि कांच यह दिन हम सब को रखने न पड़ जाए।
हरीश चौधरी प्रदेश के युवाओं के भविष्य पर बात करते हुए कहा कि यह पेपर लीक होते क्यूं है। यह पेपर लीक स्टूडेंट्स नहीं करते है। पेपर लीक के पीछे गुलाबचंद जी कटारिया ने जो बात कही उससे मैं भी सहमत हूं। आप सब सहमत हो। आपकी मजबूरी है आप मौन रहोंगे। इनके पीछे कोचिंग इंस्टीट्यूटहै। सदन में कहा कि आप गुलाबचंद कटारिया जी से पूछ लो या मेरे पास बात कर लो। इतनी गंभीर बात को हल्के में उड़ाओंगे। तो इतिहास माफ नहीं करेगा। चौधरी ने कहा कि एक-दूसरे के ऊपर दोषारोपण करने के बजाय व्यवस्था परिवर्तन करने की जिम्मेदारी हमारी है। एक कोचिंग संस्थान को बंद करना या दो कोंचिग संस्थान को चलाने से इस व्यवस्था में परिवर्तन नहीं होगा। हरीश चौधरी ने कहा कि मूल प्रश्न यह है कि शैक्षणिक व्यवस्था कॉलेज और विश्वविद्यालय की परीक्षा के पैटर्न के अंदर क्या परिवर्तन करें। इसके लिए लंबी चर्चा की आवश्यकता है। सदन पूरा बैठा है कि हम लोग किसी तरीके से सुधार करें। नीट, रीट से लेकर सभी परीक्षाओं का कह रहा हूं। पेपर लीक करने वाले दोषियों को जेल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी आपकी है।
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