सरकार के पोस्ट ऑफिस विधेयक पर "गंभीर चिंता" : कांग्रेस
कांग्रेस ने सरकार के पोस्ट ऑफिस विधेयक पर चिंता व्यक्त की है; मौलिक अधिकारों को बनाए रखने की मांग। चर्चा में थरूर के तीखे तर्कों ने बिल की नकारात्मकता को उजागर किया है।

नई दिल्ली, 13 दिसम्बर: कांग्रेस ने बुधवार को सरकार के पोस्ट ऑफिस विधेयक पर "गंभीर चिंता" व्यक्त की है, कहते हुए कि यह विधेयक "अधूरे सुधार" है और भारतीय नागरिकों के मौलिक अधिकारों को कोलोनियल-काल कानून से भी "अधिक हानिकारक" बना सकता है।
चर्चा में शाशि थरूर: थरूर ने सरकार को आलोचना की और कहा कि विधेयक ने भारतीय पोस्ट ऑफिस जैसे सरकारी उपक्रम की जिम्मेदारी को बचाने के बजाय उसके कठोर और कोलोनियल प्रावधानों को बनाए रखा है।
बिल की विशेषताएं: प्रस्तावित विधेयक के अनुसार, सरकार को "किसी भी विधि के कोई भी प्रावधान का उल्लंघन होने पर" आइटम को अंतर्विरोध करने और खोलने की अधिकारी बनाने की अनुमति है।
थरूर का तर्क: थरूर ने कहा कि बिल भारतीयों के मौलिक अधिकारों को कमजोर करने का प्रयास कर रहा है और इसमें शिकायत निवारण में कोई व्यवस्था नहीं है।
कॉन्क्लूजन: थरूर ने मंत्री से अनुरोध किया है कि वह विधेयक को सुधार करने के लिए पुनः मंच पर आएं और कुछ बेहतर के साथ वापस लौटें।
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