भारत की आर्थिक उड़ान: "रघुराम राजन का विमोचन"!
रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के आकलन से पता चलता है कि भारत को अपनी आर्थिक गति में वृद्धि की आवश्यकता है। जानिए उनके सुझाव और सरकारी योजनाओं के बारे में।

नई दिल्ली: रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर, रघुराम राजन, ने भारत की आर्थिक गति का आकलन किया है और उच्च विकास दर की मांग की है। उनके अनुसार, गति बढ़ाने के लिए और नौकरियों में वृद्धि के लिए सरकार को कदम उठाना होगा।
आर्थिक स्थिति में वृद्धि:
राजन ने बताया कि भारत की अर्थव्यवस्था विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के शानदार प्रदर्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च के कारण पहले हाफ्ते में तेजी से बढ़ी है। लेकिन, उनके अनुसार, गति बढ़ाने के बावजूद नौकरियों में वृद्धि नहीं हुई है।
आर्थिक विकास की चुनौतियां:
राजन ने चुनौतीपूर्ण समय में सरकार को उच्च विकास दर की साधने की योजना बनाने की आवश्यकता बताई और कहा कि भारत को 2025 तक 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए वास्तविक विकास दर 12 से 15 प्रति दिन होना होगा, जो एक चमत्कार से तुलना करने योग्य है।
नौकरियों का महत्व:
उन्होंने साभारित किया कि नौकरियों की वृद्धि ही भारतीय जनसंख्या के लाभ को बनाए रखने का माध्यम है और सरकार को इस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
निष्कर्ष:
रघुराम राजन के अनुसार, भारत को आर्थिक गति में वृद्धि की आवश्यकता है ताकि देश अपने आर्थिक लक्ष्यों की दिशा में बढ़ सके। सरकार को उच्च विकास दर की साधने में योजना बनाने का सुझाव दिया गया है।
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