गुजरात में डेढ़ साल तक चलता रहा फर्जी टोल प्लाजा, आंतकियो में था गजब का कनेक्शन।
एक नकली टोल प्लाजा (fake toll plaza) चलाने के लिए गुजरात पुलिस (Gujarat Police) ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. लगभग डेढ़ सालों से ये टोल प्लाजा फर्जी तरीके से चल रहा था. कई न्यूज रिपोर्ट्स के आने के बाद इस मामले में कार्रवाई की गई है।

एक नकली टोल प्लाजा (fake toll plaza) चलाने के लिए गुजरात पुलिस (Gujarat Police) ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. लगभग डेढ़ सालों से ये टोल प्लाजा फर्जी तरीके से चल रहा था. कई न्यूज रिपोर्ट्स के आने के बाद इस मामले में कार्रवाई की गई है।
फेक ऑफिस, फेक नौकरी, फेक सर्टिफिकेट, फेक स्कूल जैसी खबरों के बाद अब गुजरात के मोरबी जिले से फेक टोल प्लाजा का मामला सामने आया है. अंग्रेजी अखबार डेक्कन हेराल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है और मामले की जांच हो रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, आरोपियों ने नकली टोल बूथ से होकर जाने वाली सड़क बनवाई. इसके बाद उन्होंने वहां से गुजरने वालों से सामान्य से कम टैक्स लेने शुरू किए. गुजरात के मंत्री रुशिकेश पटेल ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा है कि इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं. उन्होंने आगे कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया जाएगा. यह टोल प्लाजा राष्ट्रीय राजमार्ग को दरकिनार करके गुजरात के मोरबी जिले में एक निजी जमीन पर बनाया गया था और 50 प्रतिशत कीमत भी वसूल की गई. एनडीटीवी में प्रकाशित खबर के मुताबिक, इस पुल के माध्यम से एक साल से अधिक समय तक यात्रियों, पुलिस और सरकारी अधिकारियों को धोखा में रखा गया। स्थानीय जिला कलेक्टर जीटी पंड्या ने कहा, “हमें जानकारी मिली कि कुछ वाहनों को वर्गसिया टोल प्लाजा के वास्तविक मार्ग से डायवर्ट किया जा रहा था और टोल टैक्स वसूला जा रहा था. पुलिस और अन्य अधिकारी जांच के लिए मौके पर पहुंचे और एक विस्तृत शिकायत दर्ज की.”
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